आज मैं बताऊंगा आयुर्वेद के प्रसिद्ध तेलों में से एक महानारायण तेल के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में.
महानारायण तेल दर्द या वात रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी दवा है. हर तरह के दर्द में इसके मालिश से फ़ायदा होता है. इस तेल की मालिश से पसीने की दुर्गन्ध शीघ्र नष्ट होती है और समस्त प्रकार के वात रोगों को शीघ्र नष्ट करता है.
इस तेल को पिने, मालिश करने, अभ्यंग, खाने में मिलाकर और बस्ति यानी एनिमा देने में भी इस्तेमाल होता है.
इस तेल के इस्तेमाल से सभी प्रकार की वात व्याधि जैसे गठिया, जोड़ों का दर्द , एकांग वात, लकवा, Paralysis, हाथ-पैर का काम्पना, बहरापन, सर दर, कमर दर्द इत्यादि दूर होते हैं.
इस तेल के इस्तेमाल से बंध्या स्त्री के सभी प्रकार के योनी दोष दूर होकर सुन्दर और सर्वगुण संपन्न, शुशील और शुर वीर संतान उतपन्न करती है.
इस तेल के प्रभाव से मनुष्य का शरीर कान्तियुक्त, सुन्दर और बलवान होता है और मनुष्य लम्बे समय तक जीता है. ये सारी बातें शास्त्रों में कही गयीं हैं.
महानारायण तेल की मालिश से हर तरह के दर्द में फ़ायदा होता है जैसे –
जोड़ों के दर्द और जकड़न में
जोड़ों की सुजन में
शरीर की जकड़न में
कन्धों और मांशपेशियों के दर्द में
कमर दर्द, सर दर्द
Spondylitis
सर्वाइकल Spondylitis
साइटिका
Paralysis
नर्वस सिस्टम की कमज़ोरी
दांत दर्द
बुखार
इसके मालिश से Blood सर्कुलेशन सही होता है मसल्स को शक्ति मिलती है.
महानारायण तेल तिल तेल और 55 जड़ी बूटियों के मिश्रण से बनाया जाता है. यह तेल बना बनाया मार्केट में मिल जाता है, कई सारी आयुर्वेदिक कम्पनियाँ इसका निर्माण करती हैं.
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महानारायण तेल को बनाने का प्रोसेस थोड़ा जटिल है, आम आदमी के लिए आसान नहीं. फिर भी अगर बनाना चाहें तो कमेंट कर पूछ सकते हैं.
तो दोस्तों, किसी भी तरह की दर्द पीड़ा हो तो महानारायण तेल की मालिश करनी चाहिए और इसका फ़ायदा उठाना चाहिए. ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से-