प्लिहान्तक गुटिका | Plihantak Gutika

 

plihantak gutika

आज की जानकारी है आयुर्वेदिक औषधि प्लिहान्तक गुटिका के बारे में जो बढ़े हुए लिवर-स्प्लीन को ठीक करती है. तो आईये जानते हैं प्लिहान्तक गुटिका की निर्माण विधि और इसके फ़ायदे के बारे में विस्तार से 

प्लिहान्तक गुटिका के घटक और निर्माण विधि 

स्फटिक भस्म, टंकण भस्म, शंख भस्म और गिलोय सत्व प्रत्येक एक-एक भाग, शुद्ध गंधक और एलुआ प्रत्येक दो-दो भाग.

बनाने का तरीका यह है कि सभी चीज़ों को मिक्स कर घृतकुमारी के रस में घोंटकर 500 मिलीग्राम की गोलियाँ बनाकर सुखाकर रख लिया जाता है.

प्लिहान्तक गुटिका की मात्रा और सेवन विधि 

दो गोली रोज़ तीन बार गर्म पानी से लेना चाहिए

प्लिहान्तक गुटिका के फायदे 

यह वटी प्लीहा और यकृत की वृद्धि यानी लिवर और स्प्लीन का बढ़ जाना दूर कर लिवर-स्प्लीन को नार्मल और हेल्दी कर देती है.

पेट दर्द, जौंडिस, स्प्लीन बढ़ने से होने वाली बुखार और कब्ज़ इत्यादि दूर होता है.

पाचन क्रिया को ठीक कर पाचन तंत्र को स्वस्थ बना देती है. बच्चे-बड़े सभी इसका प्रयोग कर सकते हैं. इसके सेवन काल में गुड़-चीनी और इस से बने भोजन नहीं करना चाहिए. 

 तो यह थी आज की जानकारी प्लिहान्तक गुटिका के बारे में. 


WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *