गर्मी के दिनों में ड्रिंक की तरह इस्तेमाल किया जाने वाला यह शरबत यूनानी फ़ार्मूले पर बना होता है. इसे पिने से तुरंत चुस्ती-फुर्ती, ताज़गी और तरावट आती है. इसके इस्तेमाल से तरह-तरह के ड्रिंक्स, लस्सी, फ़ालूदा, मिल्क शेक और शर्बत बनाये जाते हैं. तो आईये जानते हैं रूह अफज़ा की पूरी डिटेल -
रूह अफज़ा में गुलाब, चीनी के अलावा खसखस, इलायची, दालचीनी, केवड़ा जैसी चीज़ें मिली होती हैं
रूह अफज़ा के बारे में एक दिलचस्प बात बता दूं कि यह क़रीब सौ साल से भी पुराना ड्रिंक है जिसे 1906 में हकीम हाफिज़ अब्दुल मजीद साहब ने इंडिया में खोज की थी, उन्ही की कंपनी आज हमदर्द के नाम से जानी जाती है
रूह अफज़ा के फ़ायदे-
थकावट और डीहाइड्रेशन को तुरंत दूर करने के लिए रूह अफज़ा बहुत ही फ़ायदेमंद है. इसे पीते ही शरीर में तुरन्त एनर्जी आती है. इसमें सोडियम, कैल्सियम, पोटैशियम, सल्फर, फॉस्फोरस इत्यादि है. इसीलिए रूह अफज़ा पीने से लू लगना, बुखार, शरीर की गर्मी, बहुत प्यास लगना, गर्मी से थकान, ज्यादा पसीना आना जैसी प्रॉब्लम में आराम मिलता है
रूह अफज़ा पीने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है, जिससे शरीर में खून की कमी दूर होती है और एनर्जी बढ़ती है
रूह अफज़ा तासीर में ठण्डा होता है, जिस से नर्वस सिस्टम को शान्ति मिलती है, हार्ट को शक्ति देता है
उल्टी-चक्कर आना, बुखार, डायरिया, पाचन समस्या, पेट दर्द में रूह अफज़ा का शरबत पीजिये, राहत मिलेगी. रूह अफज़ा एनर्जी रिच होने से वज़न बढ़ाने और हेल्थ इम्प्रूव करने में मदद करता है
इसे ठंडा पानी या ठंडी चीजों में ही मिलाकर पीना चाहिए. दूध, दही, लस्सी, शर्बत, जूस किसी भी चीज़ में मिलाकर पी सकते हैं. ऑनलाइन खरीदिये निचे दिए लिंक से-
टोंसिल, सर्दी-खांसी, जुकाम और शुगर के रोगी कोई इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
रूह अफज़ा इण्डिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, गल्फ़ कंट्री के अलावा भी दुनिया के कई देशों में मिलता है
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