किडनी की प्रॉब्लम के लिए कुछ घरेलु उपाय जिनका प्रयोग कर किडनी की प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है
जब पेशाब में यूरिया और क्रिएटीनिन की मात्रा अधिक आने लगती है तो माना जाता है कि किडनी सही से काम नहीं कर रहा और प्रॉब्लम बढ़ने पर किडनी काम करना बंद कर देती है जिसकी वजह से रोगी की मौत भी हो सकती है
अगर डॉक्टर ने डायलिसीस की सलाह दी हो या डायलिसीस चल रहा हो तो भी इस साधारण से प्रयोग से समस्या दूर हो जाती है और डायलिसीस या किडनी ट्रांसप्लांट की ज़रूरत नहीं रहती
योग नंबर - 1
ताज़ी नीम गिलोय का रस 50 ML और गेहूँ के ज्वारों का रस 50 ML दोनों को मिलाकर ख़ाली पेट सुबह-सुबह पी जाएँ और एक घंटा तक कुछ न खाएं
इसका इस्तेमाल कुछ महीनों तक लगातार करना चाहिए, यह योग अमृत के समान गुणकारी है. गेहूँ के ज्वारे का रस कई असाध्य रोगों को दूर करने में प्रभावी है, इस से कैंसर जैसे रोग भी दूर हो सकते हैं. गिलोय या अमृता तो अमृत के समान गुणकारी है ही.
गेहूँ के बीजों को गमले में डालकर आसानी से इसे उगाया जाता है, जब 3-4 इंच की इसकी घास उग जाये तो इसे पीसकर रस निकालना चाहिए. ध्यान रहे यह पूरी तरह आर्गेनिक हो इसमें रसायनिक खाद का इस्तेमाल न करें
योग नंबर - 2
गोक्षुर, नीम की छाल और पीपल की छाल तीनों 25-25 ग्राम लेकर मोटा कूट लें और आधा लीटर पानी में उबालें. जब सौ मिलीलीटर बचे तो छान कर रख लें
गोखुरू |
इस काढ़े को सुबह ख़ाली पेट 50 ML और शाम को 50 ML पीना है
इसके इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में किडनी का फंक्शन सही हो जाता है और क्रिएटीनिन का लेवल नार्मल हो जाता है
अगर आप पहले से किडनी की कोई दवा ले रहे हैं तो भी उसके साथ इनका प्रयोग कर सकते हैं. धीरे-धीरे नार्मल होने पर अंग्रेज़ी दवाओं को छोड़ सकते हैं
किडनी की प्रॉब्लम के लिए आयुर्वेदिक दवाएँ बहुत अच्छा काम करती हैं. एक पेटेंट आयुर्वेदिक दवा 'वृक्क्दोषान्तक वटी' है जो किडनी के लिए सबसे बेस्ट दवा है. यह कई शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधियों के कॉम्बिनेशन से बनायी गयी है.
किडनी की बीमारी कैसी भी हो, यूरिया, क्रिएटीनिन आ रहा हो, पस आ रहा हो, पत्थरी, सिस्ट हो, इन्फेक्शन हो, प्रोस्टेट बढ़ा हुआ हो और यहाँ तक की किडनी काम करना बंद करने वाली हो तो भी इस दवा के इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
किडनी का फंक्शन सही नहीं होने पर शरीर में सुजन होने लगती है, इसमें भी यह दवा बेहद असरदार है रोग को जड़ से दूर कर देती है. अनुभूत है कई रोगियों पर सफल पाया है.
इसे 1 से 2 टेबलेट 2 से तीन बार रोग के अनुसार लेना चाहिए
वृक्क्दोषान्तक वटी की जानकारी डिटेल में मैं जल्द ही दुसरे विडियो में दूंगा
तो दोस्तों, ये थे किडनी की प्रॉब्लम के लिए कुछ घरेलु और आसान से उपाय
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