आज मैं बताऊंगा एसिडिटी या अम्लपित्त की शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधि अविपत्तिकर चूर्ण के बारे में.
वैसे तो यह बना बनाया मिल जाता है पर हम इसकी सही गुणवत्ता के लिए ख़ुद निर्माण करते हैं. इसे बनाने के लिए ये सारी जड़ी बूटी चाहिए होती हैं-
सोंठ, काली मिर्च, पीपल, हर्रे, बहेड़ा, आंवला, नागरमोथा, काला नमक, वायविडंग, छोटी इलायची और तेज़ पात प्रत्येक 10 ग्राम
लौंग 110 ग्राम, निशोथ 440 ग्राम और मिश्री 660 ग्राम
सभी को कूट पिस कर चूर्ण बना कर रख लें.
अब जानते हैं इसका डोज़ और इस्तेमाल कैसे करना है-
3 से 6 ग्राम तक सुबह शाम ठन्डे पानी या नारियल पानी के साथ. अगर संभव हो तो धारोष्ण दूध से भी ले सकते हैं.
अविपत्तिकर चूर्ण के फ़ायदे -
अम्लपित्त या एसिडिटी के लिए यह बहुत ही कारगर दवा है. अम्लपित्त के रोगी को सबसे पहले पेट साफ़ करने वाली दवा देकर इसे देने से बहुत फ़ायदा होता है.
एसिडिटी की घरेलु दवा
यह दवा पित्त विकारों के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद है. एसिडिटी और उस से होने वाली प्रॉब्लम को दूर करता है. इसके इस्तेमाल से कब्ज़ या Constipation की प्रॉब्लम भी दूर होती है. इस चूर्ण के इस्तेमाल से पाचन ठीक होता है और भूख ख़ूब लगती है. इसे ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से -
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